दिन का चौघड़िया | रात्रि का चौघड़िया |
07:19 - 08:37 उद्वेग | 17:41 - 19:23 शुभ |
08:37 - 09:55 चर | 19:23 - 21:06 अमृत |
09:55 - 11:13 लाभ | 21:06 - 22:48 चर |
11:13 - 12:30 अमृत (वार वेा) | 22:48 - 24:30+ रोग |
12:30 - 13:48 काल (काल वेला) | 24:30+ - 26:12+ काल |
13:48 - 15:06 शुभ | 26:12+ - 27:55+ लाभ (काल रात्रि) |
15:06 - 16:23 रोग | 27:55+ - 29:37+ उद्वेग |
16:23 - 17:41 उद्वेग | 29:37+ - 31:19+ शुभ |
नोट : + अगला दिन
शुभ, लाभ और अमृत को शुभ चौघड़िया माना जाता है।
उद्वेग, रोग और काल अशुभ चौघड़िया है।
चर को समान्य चौघड़िया माना गया है।
जानिए अपना कल जिससे बेहतर हो आपका हर पल।