पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है इसीलिए भगवान श्रीराम भी पंचाग का श्रवण करते थे। पंचाग को नित्य पढ़ने/सुनने से देवताओं की कृपा, कुंडली के ग्रहो के शुभ फल मिलते है। इसलिए हर मनुष्य को जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए नित्य पंचांग को देखना पढ़ना चाहिए।
शुक्रवार, 20 अक्टूबर 2017
सूर्योदय: 06:28
सूर्यास्त: 17:42
चन्द्रोदय: 06:38
चन्द्रास्त: 18:25
पक्ष: शुक्ल पक्ष
तिथि : प्रतिपदा - 25:37+ तक
नक्षत्र: चित्रा - 08:39 तक
सूर्य राशि: तुला
चंद्र राशि: तुला
राहुकाल: 10:41 - 12:05
{ नोट :- राहु काल में कोई भी काम करना वर्जित होता है। }
अभिजीतमुहूर्त: 11:43 - 12:28
द्रिक अयन: दक्षिणायण
द्रिक ऋतु: शरद
वैदिक अयन: दक्षिणायण
वैदिक ऋतु:- शरद
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